सावधान: ज्यादा मैसेज करना सेहत के लिए खतरनाक






अगर आपको भी एसएमएस करना और पढ़ना अच्छा लगता है तो ये खबर को ध्यान से पढ़ लें। क्योंकि ये खबर आपकी होश उड़ा सकता है। हाल ही में आई एक रिपोर्ट बताती है कि हद से ज़्यादा एसएमएस की लत आपको डिप्रेशन का शिकार बना सकती है। इससे आपकी याददाश्त तक कमज़ोर हो सकती है। रिसर्च के मुताबिक हद से ज्यादा एसएमएस करने से टेक्स्टाफ्रेनिया, टेक्स्टाइटी, पोस्ट ट्रॉमैटिक टेक्स्ट डिसऑर्डर और मॉन्स्टर थंब जैसी बीमारियां हो सकती हैं। टेक्स्टाफ्रेनिया के मामले में मरीज को हर वक्त ये एहसास होता है कि उसका एसएमएस आया है और वो बार-बार अपना मोबइल देखता रहता है। जबकि वाकई में कोई एसएमएस नहीं आया होता है। मरीज़ को लगता है कि उसके मोबाइल का मैसेज टोन बज रहा है। लेकिन असल में ऐसा नहीं होता है।


टेक्स्टाइटी के मरीज़ को हर वक्त ऐसा लगता है कि उसे कोई एसएमएस नहीं करता है और ना ही वो किसी को एसएमएस कर पा रहा है। इन दोनों ही मामलों में मरीज़ भावनात्मक तौर पर खुद को अकेला पाता है और डिप्रेशन का शिकार हो जाता है। जबकि पोस्ट ट्रॉमैटिक टेक्स्ट डिसऑर्डर के मामले में मरीज को शारीरिक और मानसिक दोनों ही तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। मसलन मरीज एसएमएस करते वक्त उस भावना को जीने लगता है और हकीकत का एहसास होते ही खुद को अकेला पाता है।



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