GPRS-EDGE-3G और 4G में क्या अंतर है !

हम लोग हमेशा GPRS ,EDGE ,3G और 4G के बारे में बात करते हैं !लेकिन इनमे फर्क क्या है ये बहुत कम लोग ही जानते हैं तो आईये आज इस पोस्ट के दवारा ये जानने कि कोशिश करें कि इनमे क्या फर्क है !

4G को फोर्थ जनरेशन या LTE यानी लॉन्ग टर्म इवॉल्यूशन टेक्नोलॉजी भी कहते हैं, इसमें 2G या 3G के मुकाबले कई गुना तेज़ 100 MBPS तक की ब्राउजिंग स्पीड मिलती है! 4G LTE टेक्नोलॉजी से यूजर एक हाई डेफिनेशन फिल्म को तीन मिनट से पांच मिनट में डाउनलोड कर सकते हैं। वहीं 3G पर अधिकतम स्पीड 10 MBPS तक जाती है, यानी आप जिस फिल्म को 4G पर तीन मिनट में डाउनलोड कर रहे थे, वहीं 3G पर कम से कम 30 मिनट लगते हैं। LTE के 2 वर्जन हैं, पहला है TD (टाइम डिवीजन) LTE और दूसरा FD (फ्रीक्वेंसी डिवीजन) LTE। भारत में TD LTE चलता है!

GPRS--इसे हम 2जी नेटवर्क भी कहते हैं, जिसमें बेसिक डाटा स्पीड 56 kbps तक होती है!

EDGE--इसका पूरा नाम Enhanced Data rates for GSM Evolution है ये टेक्नोलाजी 2 G से थोड़ी एडवांस है और इसमें 2 G के मुकाबले ज़यादा तेज़ी से डेटा ट्रान्सफर होता है ! EDGE नेटवर्क में डेटा लगभग 144 kbps कि स्पीड से ट्रान्सफर होता है !

3G--हमारे देश के कुछ ही सर्किल्स में 3G नेटवर्क है! 2जी के मुकाबले इसमें डाटा स्पीड 1 से 21 mbps तक होती है!

4G--4G में डिजिटल ब्रॉडबैंड पैकेट पर बहुत तेज रफ्तार से आउटपुट मिलता है! इसकी स्पीड 100 mbps से 1 gbps तक की हो सकती है! हालांकि अधिकतर कंपनियां अधिकतम 100 mbps तक की स्पीड का दावा कर रही हैं!

सिम 4G LTE सर्विसेस लेने के लिए यूजर को पुराने सिम की बजाय नया यूसिम कार्ड या USIM यानी यूनिवर्सल सब्सक्राइबर आइडेंटिफिकेशन मॉड्यूल में कनवर्ट करना होगा! USIM का मतलब है कि यूनिवर्सल सब्सक्राइबर आइडेंटिफिकेशन मॉड्यूल, जो कि करंट सिम से अलग होती है! इसमें एक इंटीग्रेटेड सर्किट होता है, जिसमें यूजर की इंटरनेशनल मोबाइल सब्सक्राइबर आइडेंटिटी स्टोर होती है! नॉर्मल सिम केवल 2जी या 3जी नेटवर्क को सपोर्ट करता है, जबकि यूसिम 2जी, 3जी और 4जी नेट


Posted vijay majoka

0 comments:

Post a Comment